Kalyug Ka Dharm Kaho Tum Bhai, Kiv Chhutkeh Hum Chhutkaki
Gurbani Quote | Kalyug Ka Dharm Kaho Tum Bhai |
Wallpaper Type | Gurbani Quote Wallpaper |
File Format | PNG |
Size | 893KB |
Resolution | 1920×1280 |
Baani Creator | Guru Ramdas Ji |
Ang | 668 |
Content | Ik Onkar, Punjabi, English |
Kalyug Ka Dharm HD Wallpaper
ਧਨਾਸਰੀ ਮਹਲਾ ੪ ॥
धनासरी महला ४ ॥
ਕਲਿਜੁਗ ਕਾ ਧਰਮੁ ( Kalyug ) ਕਹਹੁ ਤੁਮ ਭਾਈ ਕਿਵ ਛੂਟਹ ਹਮ ਛੁਟਕਾਕੀ ॥
हे भाई ! तुम मुझे कलियुग का धर्म बताओ, मैं माया के बन्धनों से मुक्त होने का इच्छुक हूँ, फिर मैं कैसे छूट सकता हूँ?
ਹਰਿ ਹਰਿ ਜਪੁ ਬੇੜੀ ਹਰਿ ਤੁਲਹਾ ਹਰਿ ਜਪਿਓ ਤਰੈ ਤਰਾਕੀ ॥੧॥
हरि का जाप नाव है और हरि-नाम ही बेड़ा है; जिसने भी हरि का जाप किया है, वह तैराक बनकर भवसागर में से पार हो गया है॥ १॥
ਹਰਿ ਜੀ ਲਾਜ ਰਖਹੁ ਹਰਿ ਜਨ ਕੀ ॥
हे परमेश्वर ! अपने दास की लाज रखो;
ਹਰਿ ਹਰਿ ਜਪਨੁ ਜਪਾਵਹੁ ਅਪਨਾ ਹਮ ਮਾਗੀ ਭਗਤਿ ਇਕਾਕੀ ॥ ਰਹਾਉ ॥
मुझ से अपने नाम का जाप करवाओ। मैं तो तुझसे एक तेरी भक्ति की कामना ही करता हूँ॥ रहाउ॥